Thursday, March 21, 2013

दिव्य शक्तियों को प्रसन्न करने के नाम पर हो रही हत्यायों का दोषी कौन ?

दिव्य शक्तियों को प्रसन्न करने के नाम पर हो रही हत्यायों का दोषी कौन ?
?कब तक अंधविश्वास का शिकार बनेंगे मासूम ?? 

मासूम बच्ची की बलि की घटना के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का माहौल कम नहीं हो रहा है। हर जुबां पर एक ही सवाल है आखिर कब तक मासूम अंधविश्वास की भेंट चढ़ते रहेंगे। इस मामले में पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल उठरहे हैं।
नर बलि की घटनाओं के तुरंत बाद तो ऐसा लगता है कि यह आखिरी घटना है पुलिस से लेकर सभ्य समाज के लंबरदार तक सभीसक्रिय हो उठते हैं। लेकिन दावों के बीच बलिका शिकार हुए मासूमों की चीख भी दफन हो जाती है। इस बार मनभौना निवासी रवींद्र बहादुर यादव की छह वर्षीय पुत्री शालू की मौत ने फिर झकझोरा है।
अब तक की बड़ी घटनाएं
26 अप्रैल 1994 को पूरे राम प्रसाद शुक्ल मजरे बसंतपुर में दिनेश प्रकाश शुक्ल के छह वर्षीय पुत्र धर्मेद्र का अपहरण कर बलि चढ़ा दी गयी। आरोपीगिरफ्तार हुए लेकिन तांत्रिक तक पुलिस नहीं पहुंच नई पायी।
22 जनवरी 1995 जामो थानाक्षेत्र के पूरे फत्ते सिंह मजरे पूरब गौरा निवासी रामआधार यादव के दस वर्षीय पुत्र इंदल की अपहरण केबाद बलि चढ़ा दी गई। पुलिस से लेकर सीबीसीआइडी तक ने मामले की जांच की लेकिनकुछ हासिल नहीं हुआ।
-27 अक्टूबर 1995 जामो थाना क्षेत्र के गोरियाबाद के रामदेव पाण्डेय का 14 वर्षीय पुत्र श्रीकांत का स्कूल से वापस लौटते वक्त गायब हो गया। डेढ़वर्ष बाद उसका कंकाल मिला।
- दो व तीन सितंबर 2000 की रात गौरीगंज के बरौलिया में पुत्र की लालसा में एक प्रौढ़ महिला ने अपने जेठ के नवजात पोते की बलि चढ़ादी। महिला रामपति व उसका पति बृजलाल गिरफ्तार हुए लेकिन तांत्रिक तक पुलिस नहीं पहुंच पाई ।

17 नवंबर 2009 गांव झेलहामें पति के छोड़ देने पर दो सगी बहनों ने तांत्रिक के कहने पर मासूम शमा की चाकुओं सेगोदकर हत्या कर दी। [कुछ समय पहले एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार]

गौरतलब है कि भारत में तंत्र मंत्र के नाम पर सैकड़ों मासूम बच्चों की हर रोज हत्या कर दी जाती है. यह तंत्र मंत्र एक धर्म का विशेष भाग है, और उस धर्म के कई लोगों को इन बातो पर गहरी आस्था है. सोचने की बात है किक्या इस प्रकार की हत्यारी आस्था समाज के लिए खतरनाक नहीं है ??जिस धर्म में ऐसे कामो की अनुमतिहै, क्या उसे आप धर्म कहेंगे?? क्या इस बात की जरूरत नहीं है किजहां जहां यह तंत्र मंत्र का पाखंड हो रहा है उसको बंद कराया जाए ???

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