Thursday, March 21, 2013

चार शादियों का विरोध करने वाले अपना इतिहास तो एक बार पढ़ लिया करो.....!!

चार शादियों का विरोध करने वाले अपना इतिहास तो एक बार पढ़ लिया करो.....!!
दीवान जरमनी दास ने अपनी किताब "महाराजा" में महाराजा राजिंदर सिंह के किस्से का वर्णन किया है। पुस्तक में यह कहा गया है महाराजा भूपिंदर सिंह अपने महल में तांत्रिक गतिविधियों के लिए सभाएं आयोजित करते थे। इन सभाओं में सभी महिलाओं व पुरुषों को निर्वस्त्र ही शामिल होना होता था। यह तांत्रिक कर्मकांड उनके महल के स्वीमिंग पूल पर आयोजि
त किया जाता था। कर्मकांड में पूरी रात महिला पुरूष मदिरा का सेवन कर मस्त रहते थे। पुस्तक में यह कहा गया है कि इस दौरान ऐसी बातें भी होती थी जिनका जिक्र भी नहीं किया जा सकता।
महाराजा भूपिंदर सिंह पटियाला का जन्म 12 अक्टूबर 1891 को मोती बाग पैलेस, पटियाला में हुआ था। पटियाला के महाराजा राजिंदर सिंह की मौत के बाद राज्य के शासक बनें भूपिंदर सिंह ने 38 वर्षों तक राज किया। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने दस से अधिक बार शादी की थी और उनकी 365 रानियां थी।

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