एक फरीयाद जनता कि अदालत मे
दलित मुस्लिम बुद्ध हिन्दु सिख जैन ऐसे सभी भारत वासियो के सामने एक फरीयाद
हमारे भारत देश मे रिती रिवाज और संविधान के मुताबिक सभी पुरखो कि जमीन ज्यदाद सोना चाँदी पैसा जो भी होता है जब वो दुनिया से चले जाते है तौ उनका सब कुछ उनके वारिस का होता है
पुरखो के बुरे व्यवाहर का नतीजा भी अगली पिढी को मिलता है और अच्छे व्यवाहर का नतीजा भी अगली पिढी को मिलता है
RSS BJP BAJRANG DAL HINDU VISHVA PARISHAD जैसे संस्थाओ से जुडे हूए लोग मुगल बादशाहओ को मुस्लमान के पुर्वज मानते है और उन्की गलतीयो को डुड कर सारे मुस्लमानो को मुगलो कि औलाद के नाम से गाली देते रहते है और दंगा फसाद करके माल और दौलत इज्जत आबरु लुटते रहते है मुस्लमान अगर मुगल कि औलाद है तो सिर्फ उनके बुरे व्यवाहर के वारिस है और अच्छे व्यवाहर के वारिस नही हुए मुस्लमान उनके औलाद के नाम पर अपने घरबार जलवाने और जान माल इज्जत लुटवाने का वारिस है उनकी छोडी हूई जमीन ज्यदाद और माल का वारिस नही हुऐ
इस फोटो मे जो इमारते दिखाई गयी है ऐसी हजारो इमारते और जमीन ज्यदाद मुगलो कि बनाई हुई है और उस पर भारत सरकार ने कब्जा कर रखा है उनकी देख रेख मे अरबो रुपये खर्च करती है
क्या मुस्लमान मार खाने के लिए उनके वारिस हुए और जमीन ज्यदाद के वारिस नही हुए
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