आर्यसमाजी प्रचारक और अन्य हिन्दू अक्सर मुसलमानों में इस्लाम के प्रति शंकाएँ उत्पन्न करने के लिए उनसे तरह तरह के प्रश्न करते रहते हैं। बहुत से मुसलमान अज्ञानता के कारण उनसे प्रभावित हो जाते हें। उनके इन प्रश्नों में से कुछ प्रश्न अल्लाह के व्यक्तित्व के बारे में होते हैं, जिसमे वे पवित्र कुरआन की कुछ आयात के अर्थों का अनर्थ करते हैं और साधारण मुसलमानों को परेशान करते हैं। वे मुसलमानों से पूछते हैं कि क्या कुरआन में बताया गया है कि अल्लाह के हाथ हैं?, अल्लाह किसी सिंहासन (अर्ष या कुर्सी) पर बैठे हैं? उस सिंहासन को आठ फरिश्ते उठाए हुए हैं? क्या अल्लाह शरीरधारी और साकार है? इन प्रश्नों के बाद वे आर्य प्रचारक वेदों से ईश्वर को निराकार सिद्ध करने लगते हैं और वेद के ईश्वर की बड़ाई करने लगते हैं। साधारण मुसलमान उनके प्रश्नों से शंकाओं में घिर जाता है। इस लेख में मैं यह कोशिश करूंगा कि इन प्रश्नों का सही उत्तर आपको मिल जाए।
http://www.islamhinduism.com/responses/arya-samaj/297-allah-arsh-arya-jawab-sky
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