Thursday, March 21, 2013

''अन्तिम सन्‍देष्‍टा कब, कहाँ और कौन?'

विषय सूची पुस्‍तकः ''अन्तिम सन्‍देष्‍टा कब, कहाँ और कौन?'antim-sandeshta
''हज़रत मुहम्‍मद सल्‍ल. ''वेद, पुराण, उपनिषद, बौद्ध, तौरेत, इन्‍जील, पारसी, अरब कवि, भारतीय कवि, विशेष रूप से तुलसीदास जी, कबीरदासजी की वाणियों सहित गुरू नानक जी की वाणियाँ तथा इतिहासकारों और पवित्र क़ुरआन की दृष्टि में अंतिम संदेष्‍टा Online now
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पुस्‍तकः ''अन्तिम सन्‍देष्‍टा कहाँ, कब और कौन?''
मुफ्ती मुहम्‍मद सरवर फ़ारूक़ी नदवी
(आचार्य, हिन्‍दू विश्‍व विद्यालय, बनारस)
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Rs. 90/- (272 Pages)
प्रकाशकः फरीद बुक डिपोट (प्राइवेट) लिमिटिड
2158, एम. पी. स्‍ट्रीट, पटौदी हाउस, दर्यागंज, नई दिल्‍ली-2,
फोनः23247075, 23289786
ईमेलः farid@ndf.vsnl.net.in

विषय-सूची Online now
सन्‍देश
प्रस्‍तावना

[[_ खण्‍ड 'क' भाग 1 _]]
अन्तिम सन्‍देष्‍टा की खोज वेदों की दुनिया में
नराशंस शब्‍द का अर्थ
देवताओं की जातियाँ
नराशंस मनुष्‍यों में से होगा

शब्‍द नराशंस और मुहम्‍मद (सल्‍ल.)-तुलनात्‍मक दृ‍ष्टि से
मुहम्‍मद (सल्‍ल.) शब्‍द का अर्थ
मुहम्‍मद कब और कहाँ आयेगा?

नराशंस और मुहम्‍मद (सल्‍ल.) का समय
नराशंस के पैदा होने का स्‍थान
नराशंस की विशेषताओं की भविष्‍यवाणियाँ

नराशंस और ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.ऋ की विशेषताए तुलनात्‍मक दृष्टि से
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) की प्रशंसा
अज़ान में ह. मुहम्‍द (सल्‍ल.) की प्रशंसा
नमाज़ में ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) की प्रशंसा

अपने अनुयायियों से ही नहीं बल्कि दूसरे धार्मिक गुरूओं से भी प्रशन्सित
प्रो. श्री राम कृष्‍ण राव जी के अनुसार
एक यहूदी मनावैज्ञानिक जिसकी दृष्टि में ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
ह. मुसा(अ.) से भी महान थे
एक ईसाई का मत जो महामान्‍य मुहम्‍मद (सल्‍ल) को
मान्‍य ईसा (अ.) से भी महान मानता है
बौद्ध धर्म के आचार्य श्री माग तोग के अनुसार
डा. डी. रायट के अनुसार
नराशंस सबको प्रिय होगा
नराशंस सवारी के रूप में ऊँटों का प्रयोगा करेगा
नराशंस को परोक्ष का ज्ञान दिया जाएगा
नराशंस अत्‍यधिक सुन्‍दर एवं ज्ञान के प्रसारक होंगे

आप (सल्‍ल.) की सुन्‍दरता
नराशंस लोगों को पापों से निकालेगा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के आने से पूर्व की दशा
नराशंस का एक सांसरिक नाम 'मामह) होगा
नराशंस को सौ निष्‍क प्रदान किया जाऐंगे
नराशंस को दस हज़ार मालाओं वाला कहा गया है
नराशंस दस हज़ार गौओं से युक्‍त होगा

[[_ भाग 2 _]]
पुराणों की भविष्‍यवाणियाँ, कल्कि अवतार और हज़रत मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
अवतार का अर्थ
प. श्री राम शर्मा जी के अनुसार अवतार का अर्थ
अवतार या सन्‍देष्‍टा की आवश्‍यकता और हमारी आशा
अन्तिम संदेष्‍टा या अवतार के आने से पूर्व संसार की दशा कहा होगी
श्रीमदभागवत महापुराण के अनुसार कल्कि अवतार
अन्तिम या कल्कि अवतार कहाँ आयेगा
शम्‍भल शब्‍द की खोज
शम्‍भल का शाब्दिक अर्थ
कल्कि अवतार के माता-पिता का नाम
कल्कि अवतार की विशेषताएं
कल्कि और ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) तुलनात्‍मक दृष्टि में
अश्‍वरोहण करने वाला होगा
जगदगुरू होगा
असाधुदमद करेगा
देवताओं द्वारा सहायता मिलेगी
अनुपन क्रान्ति से युक्‍त होगा
शरीर से सुगन्‍ध निकलेगी
भविष्‍यपुराण के अनुसार कल्कि अवतार के आने से पूर्व की दशा
वेदों में शब्‍द 'अहमद' व 'मुहम्‍मद' मौजूद हैं
सरांश

[[_ भाग 3 _]]
उपनिषदों में शब्‍द अल्‍लाह, रसूल व मुहम्‍मद
एक ओर स्‍थान पर अल्‍लाह व रसूल

[[_ भाग 4 _]]
गौतम बुद्धजी की भविष्‍यवाणियाँ
आने वाले बुद्ध की विशेषताएँ
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) और अन्तिम बुद्ध तुलनात्‍मक दृष्टि से
वह जगत को सत्‍य और परोपकार की शिक्षा देगा
अन्तिम ईशदूत जगतनायक होगा
वह जगत को जीवन का ऐसा मार्ग दिखाएगा जो सत्‍य त्था पूर्ण होगा
वह अपने समय पर आएगा
उसका हृदय शुद्ध होगा तथा वह ज्ञान और बुद्धि‍ से सम्‍पन्‍न होगा
महात्‍मा बुद्ध ने बताया कि अन्तिम बुद्ध का नाम मैत्रेय होगा
बुद्ध मैत्रेय की विशेषताएं और ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) तुलनात्‍मक दृष्टि में


[[_ भाग 5 _]]
पारसी धर्म के अनुसार अन्तिम ऋषि की भविष्‍यवाणियाँ
पारसी धर्म का संक्षिप्‍त परिचय
पारसी ग्रन्‍थों की भविष्‍यवाणियाँ
सोइश्‍यान्‍त शब्‍द की व्‍याख्‍या
स्‍तेवेत एरेता

[[_ भाग 6 _]]
अन्तिम सन्‍देष्‍टा की भविष्‍यवाणियाँ तौरेत के पन्‍नों में
उनके (अर्थात इसराईलियों के) भाइयों के बीच में होगा
शब्‍द महामदेय की व्‍याख्‍या
तेरे (अर्थात मूसा अ. के) समान एक नबी आएगा
हज़रत मूसा (अ.) और हज़रत मुहम्‍मद (सल्‍ल.) में समानता
ईश्‍वरीय वचनों को प्राप्‍त करके उन्‍हें प्रसारित करना

[[_ भाग 7 _]]
इंजील के अनुसार अन्तिम सन्‍देष्‍टा की भविष्‍यवाणियाँ
ह. ईसा मसीह (अलै.) द्वारा की गयी भविष्‍यवाणियाँ
पैराक्‍लीट की वास्‍तविकता
बाइबिल में संशोधन
पैराक्‍लीट का अर्थ

[[_ भाग 8 _]]
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के आने से पूर्व अरब कवियों की भविष्‍यवाणियाँ
अरब कवियों और तुजूमियों की भविष्‍यवाणियाँ और हजरत मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
राइश के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
वरक़ा बिन नौफल के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
फ़ातिमा बिन्‍त मुर्रह की भविष्‍यवाणियाँ
हज़र बिन मालिक की भविष्‍यवाणियाँ
कअब बिन लुवई की भविष्‍यवाणियाँ

[[_ भाग 9 _]]
हिन्‍दी कवियों और सन्‍तों की भविष्‍यवाणियाँ
भक्ति काल के कवियों का गुणगान
क़ुरआन में मुहममद (सल्‍ल.) के विषय में
इसी बात को जायसी ने पदमावत में स्‍पष्‍ट रूप से कहा
इसी प्रकार अखरावट में लिखा है
सूफी कवि मंझन मधुमालती में लिखते हैं
सूफी प्राणनाथ ने ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) को ईशदूत स्‍वीकारते हुए लिखा है
कबीरदास जी के अनुसार
महाराजा सरकिशन प्रसाद जी के अनुसार
मुशी शंकर लाल साक़ी के अनुसार
लक्ष्‍मी नारायण श्री वास्‍तव के अनुसार
चौधरी दल्‍लू राम कौसरी के अनुसार
तिलोक चन्‍द महरूम के अनुसार
पंडित हरिचन्‍द्र अख्‍़तर की ज़बानी
पंडित देवी प्रसाद मस्‍त के अनुसार
योगेन्‍द पाल साबिर के अनुसार
जगन्‍नाथ प्रसाद के अनुसार
चन्‍द प्रकाश जौहर बिजनौरी के अनुसार

सन्‍तों की भविष्‍यवाणियाँ
तुल्‍सीदासजी के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
बाबा गुरू नानक जी के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)

[[_ भाग 10 _]]
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) प्रसिद्ध गैर मुस्लिम इतिहासकारों की दृष्टि में
हज़रत मुहम्‍मद (सल्‍ल.) का स्‍तर (दर्जा)
डी. डब्‍ल्‍यू. लाइट्ज के अनुसार
आर. डब्‍ल्‍यू. स्‍टूअर्ट के अनुसार
लामार्टिन के अनुसार
गिबन के अनुसार
जी. हिगिन्‍स के अनुसार
स्‍टेन्‍ले लेनपूल के अनुसार
डा. गेस्‍टोंव लीबान के अनुसार
जान डेविन पोर्ट के अनुसार
यार्क्‍स डाड के अनुसार
विश्‍वमान्‍य गाँधी जी के विचार
'इन्‍साइक्‍लोपीडिया ब्रिटानिका' के रचयिताओं के अनुसार
मुहलरजी के अनुसार
मिस्‍टर थाम्‍स कारलायल के अनुसार
जर्मन इतिहासकार डोश के अनुसार
मिस्‍टर वास्‍वार्थ स्मिथ के अनुसार
एक स्‍थान पर मिस्‍टर थामस लिखते हैं
एक ईसाई डा. स्पिरिंगर के अनुसार
रेवरेण्‍ड राडवेल के अनुसार
मिसेज एनीबेसेन्‍ट के अनुसार
जार्ज बर्नाशॅ के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)


[[_ भाग 11 _]]
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) वैज्ञानिकों की दृष्टि में
वैज्ञानिकों का विश्‍लेषण
प्रो. मूरे के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
प्रो. तेगासन के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
प्रो. कार्नर के अनुसार

साराँश
प्रो. हे के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
प्रो. सिम्‍पसन के अनुसार
प्रो. मार्शल जानसन के अनुसार
प्रो. यश्‍युदी कुसान के अनुसार
प्रो. टी़. वी़. एऩ. प्रसाद के अनुसार
प्रो. शोडर के अनुसार
प्रो. आर्मस्‍ट्रांग के अनुसार
पवित्र क़ुरआन और विज्ञान

[[_ भाग 12 _]]
ईशदूतत्‍व विश्‍वास
पवित्र क़ुरआन के अनुसार ईशदूत की धारणा
महाईशदूत ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) सारी मानव जाति के उद्धारक
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) अन्तिम सन्‍देष्‍टा के रूप में


[[_ खण्‍ड 'ख' भाग 1 _]]
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) का वंश
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व संसार की दशा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व यहूदी धर्म की दशा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व ईसाई धर्म की दशा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व मजूसी सम्‍प्रदाय की दशा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व बौद्ध धर्म की दशा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व हिन्‍दुस्‍तान की दशा
भारत का अन्‍धकारमय युग
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व रोम की दशा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व ईरानी साम्राज्‍य की दशा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के जन्‍म से पूर्व अरब की दशा
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) अरब पायद्वीप में क्‍यों पैदा हुए
ईरानी सभ्‍यता पर एक दृष्टि
हिन्‍दुस्‍तानी सभ्‍यता पर एक दृष्टि
रोम और ईरानियों की सभ्‍यता
अरब प्रायद्वीप में अन्तिम नबी के अभ्‍युदय का दूसरा कारण
अरब प्रायद्वीप की भौगोलिक स्थिति
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) का जन्‍म
नुबूवत के ताज (अर्थात ईशदूतत्‍व पद)
इस्‍लाम की किरण
इस्‍लाम
सर्वप्रथम इस्‍लाम ग्रहण करने वाले
मुसलमानों का घोर विरोध

महाईशदूत ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) पर मक्‍का निवासियों का अत्‍याचार
महाईश दूत ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) को प्रलोभन
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) का सामाजिक बाईकाट

मक्‍का के काफिरों का अत्‍याचार मुसलमानों पर
हजरत बिलाल (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत ख़ब्‍बाब (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत सुहेब (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत अबू फ़कीह (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत सुमैया सुहेब (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत अबू ज़र गि़फारी(रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत अब्‍दुल्‍लाह बिन मसऊद(रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत उस्‍मान ग़नी (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत ज़ुबैर बिन अव्‍वाम (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत सईद बिन ज़ैद (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत आईशा बिन रबीअः (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत अबू बक्र सिद्दीक़ (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना

श्री नाथू राम जी उस युग का वास्‍तविक चित्र इस प्रकार प्रस्‍तुत करते हैं
इस घोर अत्‍याचार के बाद मुसलमानों की हिजरत
इस्‍लाम का प्रकाश मदीने में
मदीने की ओर हिजरत
मक्‍का की ओर हिजरत
मक्‍का निवासियों से युद्ध
कृत्‍ल (युद्ध) की अनुमति का कारण
जिहाद का अर्थ इस्‍लाम धर्म में
शिक्षा प्राप्त करना भी एक जिहाद है
माल के ज़रिये पवित्र क़ुरआन में जिहाद
जान के ज़रिये जिहाद
तलवार का प्रयोग, इस्‍लाम धर्म में

कुरआन पर आरोप की वास्‍तविकता
बाबू मुकुटधारी प्रसाद जी के अनुसार इस्‍लाम की तलवार
महात्‍मा गाँधी जी के अनुसार इस्‍लाम की तलवार
स्‍वामी विवेकानन्‍द जी के अनुसार
डी. लेसी ओ. लेरी के अनुसार

इस्‍लाम की नैतिकता
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) का पहला युद्ध
लेनपूल के अनुसार ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.)
मि. लारेंस ई. ब्राउन के अनुसार
इस्‍लाम का सिद्धान्‍त गैर मुस्लिम भाइयों के हित में
श्री सुन्‍दर लाल जी के अनुसार इस्‍लामी सिद्धांत

कुरआन के प्रभाव से इस्‍लाम क़ुबूल करने वाले
हज़रत उस्‍मान मज़ऊन (रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
हज़रत ज़ुबैर बिन तुतइम (‍रजि.) का इस्‍लाम स्‍वीकार करना
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के आचरण से प्रभावित होकर इस्‍लाम स्‍वीकार करना
आप (सल्‍ल.) के भाषण के प्रभाव से इस्‍लाम स्‍वीकार करना
आप (सल्‍ल.) को केवल देखने से इस्‍लाम स्‍वीकार करना
आप (सल्‍ल.) के आचरण के प्रभाव से इस्‍लाम स्‍वीकार करना
आप (सल्‍ल.) के चमत्‍कार के प्रभाव से इस्‍लाम स्‍वीकार करना
मक्‍का विजय और शत्रुओं के साथ व्‍यवहार

ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) द्वारा दिये गये सेना को उपदेश
मानवता पूर्ण नियम
अन्तिम हज और उसका खुत्‍बा
अन्तिम अन्‍तर्राष्‍ट्रीय भाषण
आप (सल्‍ल.) की बीमारी और अन्तिम समय
आप (सल्‍ल.) के अन्तिम शब्‍द
आप (सल्‍ल.) के निधन के बाद
आप (सल्‍ल.) की क़ब्र मुबारक (रौज़-ए-अतहर)

[[_ भाग 2 _]]
हज़रत मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के आचरण और गुणों का वर्णन
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) का आचरण और स्‍वभाव
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) के गुणों का वर्णन
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) का स्‍वभाव
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) की दयालुता
ह. मुहम्‍मद (सल्‍ल.) की सादगी
जानवरों पर दया
सेवकों के साथ दया
आप (सल्‍ल.) का पहनावा
आप (सल्‍ल.) का भोजन
आप (सल्‍ल.)को शुश्‍बू पसन्‍द थी
आप (सल्‍ल.) के आराम करने का तरीक़ा

[[_ भाग 3 _]]
हज़रत मुहम्‍मद (सल्‍ल्.) के उपदेश

[[_ खण्‍ड 'ग' भाग 1 _]]
इस्‍लाम धर्म का अर्थ और उसके कुछ मूल विश्‍वास
इस्‍लाम धर्म का शाब्दिक अर्थ
इस्‍लाम धर्म की प्रचीनता और उसके संस्‍थापक
विश्‍वव्‍यापी धर्म (global way of Life)
इस्‍लाम धर्म के मूल विश्‍वास
तौहीद (एकेश्‍वरवाद)
रिसालत (ईशदूत्‍व विश्‍वास)
अल्‍लाह की ओर से अवतरित ईशवाणी या ईशग्रंथों पर विश्‍वास
अल्‍लाह के फरिश्‍तों (देव दूतों) पर आस्‍‍था
तक़दीर पर आस्‍था
कि़याम और मरने के बाद दूबारा उठाए जाने पर आस्‍था

शिर्क न करना
सहाबा के विषय में

इस्‍लाम के प्रमुख आधार
मुसलमान किसे कहते हैं
काफि़र का अर्थ
अन्तिम शब्‍द
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नमूना1:
बाबा गुरू नानक जी के अनुसार हजरत मुहम्‍मद (सल्‍ल.)

''पहला नाम खुदा का दूजा नाम रसूल

तीजा कलमा पढ़ नानका दरगे पावें क़बूल

डेहता नूरे मुहम्‍मदी डेहता नबीं रसूल

नानक कुदरत देख कर खुदी गई सब भूल''

पुस्‍तक 'अन्तिम सन्‍देष्‍टा' - कब कहाँ और कौन" प्रष्‍ठ 121

प्रकाशकः फरीद बुक डिपोट (प्राइवेट) लिमिटिड
2158, एम. पी. स्‍ट्रीट, पटौदी हाउस, दर्यागंज, नई दिल्‍ली-2,
फोनः23247075, 23289786
ईमेलः farid@ndf.vsnl.net.in


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