Thursday, March 21, 2013

पड़ौसी पड़ोसी है हिंदू न मुस्लिम…….

पड़ौसी पड़ोसी है हिंदू न मुस्लिम…….

इस्लाम में पडोसी का पूरा खयाल रखने,उसके सुख दुख में भागीदार बनने और किसी भी तरह उसको दुख न पहुचाने की सख्त ताकीद की गई है। पडोस से बेपरवाह व्यक्ति को उसकी जिम्मेदारी का एहसास कराकर बताया गया है कि एक पडोसी के रूप में उसकी क्या-क्या जिम्मेदारियां हैं। पडोसी चाहे किसी भी मजहब का मानने वाला हो ,उसके प्रति ये पूरे हक अदा किए जाने चाहिए।

समंदर मिला तो शिकायत करूंगा

अगर आंच आई किसी जिंदगी पर,
हो अपना पराया हिफ़ाज़त करूंगा।

पड़ौसी पड़ौसी है हिंदू न मुस्लिम,
मैं बच्चो को यही हिदायत करूंगा।
क़लम जो लिखेगा वो बेबाक होगा,
अगर दिल ये माना सहाफत करूंगा।।

वह व्यक्ति मुस्लिम नहीं है (पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल्लाहो )

1) जिसका (कोई ग़रीब पड़ोसी भूखा सो जाए, और इस व्यक्ति को उसकी कोई चिंता न हो और यह पेट भर खाना खाकर सोए।

2) जिसके उत्पात और जिसकी शरारतों से उसका पड़ोसी सुरक्षित न हो।

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